भोपाल। प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित दो दिवसीय वैश्विक निवेशक सम्मेलन का गुरुवार को समापन हो गया। इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित सम्मेलन में 15 लाख, 40 हजार करोड़ के निवेश के प्रस्ताव प्रदेश सरकार को मिले हैं। देश की सभी बड़ी व नामी कंपनियों के साथ बड़ी संख्या में विदेशी निवेशकों ने भी प्रदेश में निवेश करने में रुचि दिखाई है।
सम्मेलन में आए निवेश प्रस्तावों के अमले में आने पर प्रदेश में 29 लाख रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। सम्मेलन में 48 देशों के 3500 से अधिक प्रतिनिधि हुए शामिल है, जिसमें कई देशों के वाणिज्जिक दूत, उच्चायुक्त व अन्य बड़े अधिकारी शामिल हैं। सम्मेलन में देश-विदेश मिलाकर करीब 500 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए। सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निवेशकों के लिए बड़ी घोषणाएं की हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि औद्योगिक क्षेत्र और एमएसएमई क्षेत्र में निवेशकों को उद्योग लगाने के लिए जमीन मिलने के बाद किसी अनुमति की आवश्यकता नहीं होगी। निवेशकों द्वारा उद्योग शुरू करने के बाद तीन साल तक कोई अधिकारी जांच करने नहीं जाएगा। उद्योगपतियों और निवेशकों को आने वाली समस्याओं को हल करने के लिए प्रति सोमवार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं उद्योगपतियों से मिलेंगे।
इस सम्मेलन की सबसे बड़ी सार्थकता यह रही कि जी-20 देशों में शामिल सभी देशों के निवेशक समिट में शामिल हुए हैं। 20 क्षेत्रों में निवेश के लिए सेक्टर बार वन-टू-वन मीटिंग हुई हैं। गुरुवार को निवेश संबंधी 9 सत्र आयोजित किए गए, जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की खूबियां बताईं। समारोह को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी संबोधित किया है।
समापन समारोह में मुख्यमंत्री की प्रमुख बातें-
हमने आपको प्रेम के बंधन में बांधा है, इंदौर में लगा पूरी दुनिया आ गई हो, सब मिलकर एक हो गये। जिस प्रेम से दुनिया के 84 देशों के लगभग 3500 से अधिक प्रतिनिधि मिले वह अद्भुत है । हम जिओ और जीने दो के सिंद्धांत पर चल रहे हैं। हमने सिर्फ भारत के कल्याण की कामना नहीं की, पूरे विश्व के कल्याण की भावना है। हमारे ग्लोबल लीडर मोदी जी कहते हैं, पूरा विश्व ही हमारा परिवार है।
देश-विदेश के निवेशकों ने MP में निवेश की इच्छा जताई
मुख्यमंत्री ने बताया क्यों अजब, गजब व सजग है प्रदेश-
अजब: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन में बताया कि प्रदेश अजब इसलिए है, क्योंकि पिछले 18 सालों में हमने शून्य से शिखर की यात्रा की है।
गजब : प्रदेश गजब इसलिए है, क्योंकि ये संसाधन संपन्न हैं, ये शांति का टापू है, ये आध्यात्म का केंद्र है, ये पर्यटन में बेजोड़ है। ये अधोसंरचना से लेकर तकनीकी तक और इनोवेशन से लेकर इंटरप्रीन्योरशिप तक हर क्षेत्र में समय से आगे चलने की क्षमता रखता है।
सजग : प्रदेश सजग इसलिए है क्योंकि हमने अपनी कोर क्षमताओं को ही अपनी शक्ति बनाया है। चाहे एग्रीकल्चर या फूड प्रोसेसिंग, चाहे टेक्सटाइल हो या फार्मा, चाहे लॉजिस्टिक्स हो या आईटी, चाहे ऑटोमोबाईल हो या फिर नवकरणीय ऊर्जा ये सभी क्षेत्र मध्यप्रदेश की असली ताकत है। और हम इन सभी क्षेत्रों में देश में अग्रणी हैं।