भोपाल। मन में कुछ करने की लगन हो, उसे पूरा करने का हौसला भी हो और इसके इसके लिए ईमानदार कोशिश भी जाए, तो सफलता खुद चलकर चली आती है। दतिया की शायना कुरैशी इस बात की मिसाल बन गई हैं। शिक्षा, सामाजिक सरोकार और लोगों के लिए भलाई के कामों में आगे रहते हुए उन्होंने प्रदेश का नव स्थापित विवेकानंद युवा पुरस्कार अपने नाम किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी भोपाल में आयोजित युवा सम्मेलन के दौरान शायना कुरैशी को इस अवॉर्ड से नवाजा। कई मंत्री और प्रदेशभर से पहुंचे युवा इस सुखद क्षण के गवाह बने।

प्रदेश का पहला विवेकानंद युवा पुरस्कार दिया गया

मध्यप्रदेश सरकार द्वारा गत दिनों भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में यूथ महापंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें प्रदेशभर के लाखों युवाओं ने सहभागिता की। इस अवसर पर मध्यप्रदेश सरकार द्वारा स्थापित किए गए विवेकानंद युवा पुरस्कार का ऐलान भी किया गया। जिसमें दतिया की शायना कुरैशी को प्रदेश का पहला विवेकानंद युवा पुरस्कार दिया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शायना को प्रदान करते हुए उन्हें शॉल, श्रीफल और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। उन्हें पुरस्कार स्वरूप 50 हजार रुपए भी प्रदान किए गए। गौरतलब है कि हाल ही में शायना को भारत सरकार के सर्वोच्च युवा पुरस्कार, राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।

सतत मेहनत का नतीजा

शायना जीवाजी विश्वविद्यालय की छात्रा रही हैं। उन्होंने विभिन्न संगठनों, नेहरू युवा केंद्र संगठन एवं प्रशासन के साथ मिलकर सक्रिय नागरिकता के क्षेत्र में कार्य किया है। वे अब तक करीब 80 से अधिक जिला, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार अपने नाम कर चुकी हैं। इन्हीं उपलब्धियों के लिए शायना को देश के प्रधानमंत्री द्वारा भी प्रशंसित किया गया।

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उपलब्धियां ये भी

  • वर्ष 2023 में भारत सरकार के सर्वोच्च युवा पुरस्कार राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से सम्मानित।
  • राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व संसद के केंद्रीय कक्ष में शायना द्वारा किया गया
  • राज्यपाल पुरस्कार
  • उत्कृष्ठ निर्वाचन कार्यों के लिए वार्षिक राज्य पुरस्कार
  • नशामुक्त भारत अभियान की ब्रांड एंबेसडर
  • वैक्सीनेशन अभियान की ब्रांड एंबेसडर
  • स्वीप ब्रांड एम्बेसडर