Indore News : इंदौर के बेलेश्वर महादेव मंदिर हादसे में मृतकों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। अब तक 35 लोगों के मौत की पुष्टि हुई है। इंदौर कलेक्टर इलैया राजा टी ने शुक्रवार तड़के यह जानकारी दी। वहीं कुछ और लोगों के कुएं फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। आर्मी की टीम रात से ही रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है। पूरी रात रेस्क्यू ऑपरेशन चला, जिसमें आज सुबह आए लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक, अब तक 35 शव बरामद हुए हैं। सेना के रेस्क्यू में उतरते ही महज 5 घंटे में 21 लोगों को शव बरामद किए गए। इस हादसे पर कांग्रेस नेता राहुल गाँधी के साथ-साथ प्रियंका गाँधी और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भी दुःख व्यक्त किया है।
दिग्विजय सिंह ने कहा : पूरी जांच पड़ताल होनी चाहिए
घटनास्थल पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने इस घटना पर दुःख जताया। दिग्विजय सिंह ने कहा है की इस घटना की पूरी जांच पड़ताल होनी चाहिए। आखिर ये हादसा हुआ तो हुआ कैसे? इस बावड़ी पर फर्श पर डालने की परमिशन आखिर किसने दी। वहीं, कांग्रेस से पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने भी आरोप लगाया है।
दिग्विजय सिंह ने बीजेपी को दोषी ठहराया
दिग्विजय सिंह ने इस हादसे पर बीजेपी को दोषी ठहराया है। उसके साथ ही इंदौर नगर निगम और प्रशासन को घटना का दोषी ठहराया है। वही, पीसी शर्मा ने आरोप लगाते हुए बीजेपी सरकार और इंदौर नगर निगम को इस घटना का जिम्मेदार बताया है। पीसी शर्मा ने कहा की यहाँ के रहवासी इतनी बार शिकायत कर चुके है। लेकिन फिर भी बात को नहीं सुना गया और ठीक नहीं किया। यहाँ के प्रशासन को पता नहीं था कि इस बावड़ी के अंदर पानी भी है? इस पूरी घटना की अच्छे से जांच पड़ताल होनी हे चाहिए। वही इस घटना के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होना चाहिए।
रहवासियों ने लगाए यह आरोप
रहवासियों ने कहा की इस मंदिर का निर्माण यहाँ के सांसद के संरक्षण में ही हुआ। कॉलोनी के रहवासियों ने आये दिन अतिक्रमण बढ़ने की शिकायतें की थी। यहाँ अतिक्रमण बढ़ता जा रहा था। जबकि नगर निगम ने मंदिर को अतिक्रमण हटाने को लेकर एक पत्र भेजा था। इस पत्र में नगर निगम के कमिश्नर ने उस जगह के कुछ बगीचे के अतिक्रमण को हटवाया था। इस बागीचे की बारी आते ही उन्हें नोटिस थमा दिया था। रहवासियों ने कहा की जब 7 दिन का नोटिस जारी हुआ था तो तोड़ फोड़ क्यों नहीं की गई। वहीं, बगीचे की दीवार का पूरा निर्माण भी क्यों नहीं किया गया। लोगों ने बताया कि इस बगीचे का का निर्माण अमृता योजना से किया गया था।
कैसे हुआ हादसा
मध्य प्रदेश के इंदौर में बेलेश्वर महादेव मंदिर में गुरुवार को रामनवमी की पूजा चल रही थी। इसी दौरान बड़ा हादसा हुआ, जब मंदिर में बनी बावड़ी (कुएं) की छत धंस गई। जिसमें गिरने से अब तक 35 लोगों की जान जा चुकी है। जानकारी के मुताबिक, मंदिर में पुराना कुआं था जिसे भरा नहीं गया, बल्कि इसकी छत को ढक दिया गया था। इसी छत के धंसने से भीषण हादसा हुआ। कुआं कम से कम 50-60 फीट गहरा और पानी से भरा हुआ था।
इंदौर कलेक्टर ने दिया लेटेस्ट अपडेट
इंदौर कलेक्टर इलैया राजा टी ने घटनास्थल पर मीडिया को बताया की हमने 35 शवों की पहचान कर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है। बावड़ी की तलहटी में एक और शव होने की आशंका है। उन्होंने बताया कि हादसे में घायल 16 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दो अन्य व्यक्तियों को प्राथमिक इलाज के बाद घर भेज दिया गया। कलेक्टर ने बताया कि प्रशासन को लापता लोगों की जो सूची मिली थी, उनमें से एक का अब तक पता नहीं चल सका है और उन्हें बावड़ी के भीतर खोजा जा रहा है।
घटना की मजिस्ट्रियल जांच होगी : CM
यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।मैं स्वयं भी रातभर बैठकर रेस्क्यू ऑपरेशन टीम और प्रशासन के संपर्क में था। एक मिसिंग है उनको ढूंढने के प्रयास लगातार जारी हैं। घटना की मजिस्ट्रियल जांच होगी। पुलिस ने प्रकरण भी पंजीबद्ध कर लिया है: CM pic.twitter.com/D3anySDOeo
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) March 31, 2023
इधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मैं स्वयं भी रातभर बैठकर रेस्क्यू ऑपरेशन टीम और प्रशासन के संपर्क में था। एक मिसिंग है उनको ढूंढने के प्रयास लगातार जारी हैं। घटना की मजिस्ट्रियल जांच होगी। पुलिस ने प्रकरण भी पंजीबद्ध कर लिया है।